Monday, December 28, 2009

"चांदनी के भ्रम में "

चाँद को अपना समझ..
गलत आवाज़ दे बैठा,
चांदनी के भ्रम में.

उसके पास भी उधार है
वो तो ...
सूरज से ले रखी है,
इस जनम के लिए.